बाहेर क्रि॰ वि॰ [हिं॰ बाहर] अपने स्थान या पद आदि से च्युत । पतित । निकृष्ट । उ॰—कपटी कायर कुमति कुजाती । लोक वेद बाहेर सब भाँती ।—तुलसी (शब्द॰) ।