बिगड़े दिल संज्ञा पुं॰ [हिं॰ बिगड़ना + फा़॰ दिल] १. वह जो बात बात में बिगड़ खड़ा हो । हर बात में लड़ने झगड़नेवाला । २. वह जो बिगड़ा हुआ हो । कुमार्ग पर चलनेवाला ।