बिगाना † वि॰ [फा़॰ बेगानह्] १. जो अपना न हो । जिससे आपसदारी का कोई संबंध न हो । पराया । गैर । उ॰— किंतु फिर भी बन रहे हैं आज अपने ही बिगाने ।—क्वासि, पृ॰ ६५ । २. अजनबी । अनजान ।