बिझुकना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
बिझुकना पु क्रि॰ अ॰ [हिं॰ झोंका]
१. भड़कना । उ॰—बोले झुकैं उझकै अनबोलै फिरै बिझुके से हिये महँ फूले ।—केशव (शब्द॰) ।
२. डरना । भयभीत होना । उ॰—हँसि उठयो नरनायक चाइकौ रिसभरी बिझुकै सरसाइकै ।—गुमान (शब्द॰) ।
३. टेढ़ा होना । तनना । उ॰—नेह उरझे से नैन देखिबे को बिरुझे से बिझुकी सी भौहें उझके से उरजात हैं ।—केशव (शब्द॰) ।