बिडाल
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
बिडाल ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. बिल्ली । बिलाव ।
२. आँख का डेला । ढेंढर (को॰) ।
३. बिडालाक्ष नामक दैत्य जिसे दुर्गा ने मारा था ।
४. आँख के रोगों की एक प्रकार की ओषधि ।
५. दोहे के बीसवें भेद का नाम जिसमें २ अक्षर गुरु और ४२ अक्षर लघु होते हैं । जैसे,—बिरद सुमिरि सुधि करत नित हरि तुव चरन निहार । यह भव जलनिधि तें उरत कब प्रभु करिहहु पार ।