बिसरना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
बिसरना क्रि॰ स॰ [विस्मरण, प्रा॰ विम्हरण, बिस्सरण] भूल जाना । बिस्मृत होना । याद न रहना । ध्यान में न रहना । उ॰—(क) बिसरा भोग सुख बासू ।—जायसी (शब्द॰) । (ख) बिसरा मरन भई रिस गाढ़ी ।—तूलसी (शब्द॰) । (ग) सुरति स्याम घन की सुरति बिसरेहू बिसरै न ।—बिहारी (शब्द॰) ।