बीया

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

बीया पु ^१ वि॰ [सं॰ द्वितीय] दूसरा । उ॰—(क) तुम जाइ कहहु नवाब सों जो साँचु राखत जीय में । तो एक बार मीली हमें नहिं बात कहमी बीय में ।—सुजान॰, पृ॰ १० । (ख) एक तूँ दोइ तूँ तीन तूँ चारि तूँ पच तूँ तत्व मैं जगत कीयो । नाम अरु रूप ह्वै बहुत बिधि विस्तरयो तुम बिन ा ओर कोऊ नाहि बीयौ ।—सुदर॰ ग्रं॰ भा॰ २, पृ॰ ६४८ । (ग) फिर बदनेस कुआर बीयो सु फली अली । बैठे इकलें जाइ करन मसलत भली ।—सुदन (शब्द॰) ।

बीया ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ बील, प्रा॰ बीय] बीज । दाना ।