बुखार संज्ञा पुं॰ [अ॰ बुखार] १. वाष्प । भाप । २. ज्वर । ताप । विशेष दे॰ 'ज्वर' । ३. हृदय का उद्वेग । शोक, क्रोध, दुःख आदि का आवेग । मुहा॰—दिल या जी का बुखार निकालना= दे॰ 'जी' शब्द का मुहा॰ 'जी का बुखार निकलना' ।