बेधना क्रि॰ स॰ [सं॰ बेधन] १. किसी नुकीली चीज की सहायता से छेद करना । सूराख करना । छेदना । भेदना । जैसे, मोती बेधना । उ॰—हरि सिद्धि हीरा भई बज्र न बेधा जाय । तहाँ गुरू गैल किया तब सिख सकूत समाय ।—रज्जब॰ बानी, पृ॰ ३ । २. शरीर में क्षत करना । घाव करना ।