बेनकाब वि॰ [फा़॰ वे + अ॰ निकाब] बेपर्द । बेशर्म । बेहया । उ॰— जहाँ औरते बेनकाब हों, शराब पी जा रही हो ।—भस्मावृत॰, पृ॰ ३९ ।