बेरा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]बेरा † ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ बेला]
१. समय । वक्त । बेला ।
२. देर । विलंब । उ॰—मोहिं घट जीव घटत नहिं बेरा ।—जायसी ग्रं॰, पृ॰ ११० ।
३. तड़का । भोर । प्रातःकाल ।
बेरा ^२ संज्ञा पुं॰ [देश॰] एक में मिला हुआ जो और चना । बेरी ।
बेरा ^३ संज्ञा पुं॰ [सं॰ बेड़ा] दे॰ 'बेड़ा' । उ॰—भवसागर बेरा परी, जल माँझ मँझारे हो । संतन दीन दयाल ही करि पार निकारे हो ।—संतबानी॰, पृ॰ १२९ ।
बेरा ^४ संज्ञा पुं॰ [अं॰ बेअरर (=वाहक)] वह चपरासी, विशेषतः साहब लोगों का वह चपरासी जिसका काम चिट्ठी पत्री या समाचार आदि पहुँचाना और ले आना आदि होता है ।