ब्यंजन संज्ञा पुं॰ [सं॰ व्यञ्जन] दे॰ 'व्यजन' । उ॰—पेस सुरत की करी रसोई, ब्यजन आसन लाइय ।— धरम॰ श॰ पृ॰ ५५ ।