ब्रहम
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]ब्रहम पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ ब्रह्म]
१. ईश्वर । परमात्मा । उ॰ —ज दिन जनम प्रथिराज भौ त दिन भार धर उत्तरिय । बतरिय अंस अंसन ब्रहम रही जुर्गे जुग बत्तरिय । पृ॰ रा॰, १ । ६८८ ।
२. द्बिज । ब्राह्मण । उ॰—जग लोकवांण सीखै जवन, पढ़ै ब्रहम मुख पारसी । हित देव सेव आघा हुआ, काई लग्गाँ आरसी । —रा॰, रु॰, पृ॰ २२ ।
ब्रहम संज्ञा स्त्री॰ [अं॰] एक प्रकार की घोड़ा गाड़ी जिसे ब्रूहम नामक डाक्टर ने ईजाद किया था । इसमें एक ओर डाक्टर के बैठने का ओर उसके सामने दूसरी ओर केवल दवाओं का बेग रखने का स्थान होता है ।