ब्रह्मसावर्णि

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ब्रह्मसावर्णि संज्ञा पुं॰ [सं॰] दसवें मनु का नाम । विशेष—भागवत के अनुसार इनके मन्वतर में विष्वक्सेन अवतार ओर इंद्र, शभु, सुवासन, विरूद्ध इत्यादि देवता होंगे ।