ब्रह्महत्या संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] १. ब्राह्मणवध । ब्राह्मण को मार डालना । विशेष—मनु आदि ने ब्रह्महत्या, सुरपान, चोरी ओर गुरूपत्नी के साथ गमन को महापातक कहा है ।