ब्रेक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ब्रेक संज्ञा पुं॰ [अ॰]

१. रोक । रूकाव । वह यंत्र हो गाडि़यों को रोकता है ।

२. रेल में वह डब्वा जिसमें रोकयंत्र लगा रहता है । इसे व्रकवान भी कहते है । उ॰—व्रक से सब सामान निकलवाकर...मैं मतिया का हाथ पकड़कर उसे बाहर ले गया ।—जिप्पी, पृ॰ २७६ ।