भंक वि॰ [अनु॰ या सं॰ वक्र, हिं॰ बंक] भोपण । भयंकर । भयानक । उ॰—समसान लोटना बीर बंक । तिहि पीर भीत अनसंक भंक ।—पृ॰ रा॰, ६ । ७० ।