भंत † संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ भक्ति;प्रा॰ भत्ति; अप॰ भंति, भंत] दे॰ 'भाँति' । उ॰—ढाढी़ रात्यूँ ओलग्या गाया बहु बहु भंत ।— ढीला॰, दू॰ १८६ । (ख) जाके ऐसे लोक अनंता, रचि राखे बिधि बहु भता ।—दादू॰, पृ॰ ५८४ ।