भंभर संज्ञा पुं॰ [सं॰ भ्रमर] विह्वल । चंचल । तरल । यौ॰—भंभरनेनी(पु) = चंचल नेत्रवाली । भ्रमभंभर = भ्रम से चंचल उ॰—इक बंधिय इक बधिय एक भ्रमिय भ्रमभंभर ।—पृ॰ रा॰ (उ॰), पृ॰ १०३ ।