भउजी ‡ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] दे॰ 'भौजाई' । उ॰— रामशंकर जी ने दूसरा द्दश्य जो उनका असली है दिखाया । कहा काछिन भउजी, वही आज फिर दे जाओ । यह तुम्हारे भतीजे हैं, इनका कुछ आदर स्वागत करना है ।—काले॰, पृ॰ १९ ।