भउरा † संज्ञा॰ पुं॰ [हिं॰] १. दे॰ 'भौरा' । उ॰—जो जन जाय, रहै तहँ शिव होय ज्यौं अलीअल पर भउरा ।—प्राण॰, पृ॰ ६५ । २. कंडे की निर्धूम अग्नि ।