भक्तत्व

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

भक्तत्व संज्ञा पुं॰ [सं॰] किसी के अंग वा भाग होने का भाव । अव्ययीभूत होना । अंगत्व ।