भक्तशरण

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

भक्तशरण संज्ञा पुं॰ [सं॰] वह स्थान जहाँ भात पकाकर रखा जाता है । रसोईधर ।