भगयुग

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

भगयुग संज्ञा पुं॰ [सं॰] बृहस्पति के बारह युगों में से अंतिम युग । इसके पाँच वर्ष दुंदुभि, उदगारी, रक्ता, क्रोध और क्षय है । इनमें पहले को छोड़ शेष चार वर्ष उत्तरोत्तर भयानक माने जाते हैं ।