भगरना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

भगरना क्रि॰ अ॰ [सं॰ विकरण, हिं॰ बिगड़ना] खत्ते में गर्मी पाकर अनाज का सड़ने लगना । संयो॰ क्रि॰—जाना ।