भाटी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

भाटी संज्ञा पुं॰ [देश॰] क्षत्रिय जाति की एक शाखा का नाम । उ॰— फुरमान गए जैसलहमेर । भेम्या सब भाटी भए जेर ।— पृ॰ रा॰ १ । ४२३ । विशेष— राजपूतों की एक जाति जो ईस्वी सन् १४ में गजनी से आई और पंजाब में बसी तथा वहाँ से हटकर राजपूताना में बसी ।