भाठ
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
भाठ † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ भाठना वा भरना]
१. वह मिट्टी जो नदी अपने साथ चढ़ाव में बहाकर लाती है और उतार के समय कछार में ले जाती है । यह मिट्टी तह के रूप में भूमि पर जम जाती है और खाद का काम देती है ।
२. दे॰ 'भाट-
१. और ३' ।
३. धारा । बहाव ।