भाडा ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ भाट] किराया । मुहा॰—भाड़े का टटटू =(१) थोड़े दिन तक रहनेवाला । जो स्थायी न हो । क्षणिक । (२) जिसकी सदा मरम्मत हुआ करे वा जिसपर लाभ से व्यय अधिक पड़ता हो ।