भाथा संज्ञा पुं॰ [सं॰ भस्त्रा प्रा॰ भत्था] १. चमड़े की बनी हुई लंबी थैली जिसमें तीर भरकर तीर चलानेवाले पीठ पर वा कटि में बाँधते थे । तरकश । तूणीर । उ॰— पीत बसन परिकर कटि भाथा । चारु चाप सर सोहत हाथा ।— तुलसी (शब्द॰) । २. बड़ी भाथी ।