भारतवर्ष

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

भारतवर्ष संज्ञा पुं॰ [सं॰] पुराणानुसार जंबू द्वीप के अंतर्गत नौ वर्षों या खंडों में से एक जो हिमालय के दक्षिण ओर गंगोत्तरी से लेकर कन्याकुमारी तक और सिंधु नदी से ब्रह्मपुत्र तक फैला हुआ है । आर्यावर्त । हिंदुस्तान । विशेष— ब्रह्मपुराण में इसे भरतद्वीप लिखा है और अंग, यव, मलय, शंख, कुश और बाराह आदि द्वीपों को इसका उपद्वीप लिखा है जिन्हें अब अनाम, जावा, मालाय, आस्ट्रेलिया आदि कहते हैं और जो भारतीय द्वीपपुंज के अँर्तगत माने जाते हैं । ब्रह्मांडपुराण में इसके इंद्रद्वीप, कशेरु, ताम्रपर्ण, गभस्ति- मानु, नागद्वीप, साम्य, गंधर्व और वरुण ये नौ विभाग बतलाए गए हैं और लिखा है कि प्रजा का भरण पोषण करने के कारण मनु को भरत कहते हैं । उन्हीं भरत के नाम पर इस देश का नाम भारतवर्ष पड़ा । कुछ लोगों का मत है कि दुष्यतं के पुत्र भरत के नाम पर इस देश का नाम 'भारत' पड़ा । इसी प्रकार भिन्न-भिन्न पुराणों में इस संबंध में भिन्न-भिन्न बातें दी हैं ।