भारद्वाज
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]भारद्वाज संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. भरद्वाज के कुल में उत्पन्न पुरुष ।
२. द्रोणाचार्य ।
३. मंगल ग्रह ।
४. भरदूल नामक पक्षी । उ॰— भारद्वाज सुपंषी उभयं मुख उद्दरँ एक ।—पृ॰ रा॰, भा॰ २, पृ॰ ५१९ ।
५. बृहस्पति के एक पुत्र का नाम ।
६. अगस्त्य ऋषि (को॰) ।
७. एक देश का नाम ।
८. हड्डी ।
९. एक ऋषि का नाम जिनका रचा हुआ श्रौतसूत्र और गृह्यसूत्र है ।
१०. कौटिल्य द्वारा निर्दिष्ट एक ग्रंथकार जिन्होंने अर्थ- शास्त्र पर ग्रंथ लिखा था (को॰) ।