भावक
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]भावक ^१ क्रि॰ वि॰ [सं॰ भाव + क (प्रत्य॰)] किंचित् । थोड़ा सा । जरा सा । कुछ एक । उ॰— भावक उभरौहौं भयो कछुक परयो भरु आय । सीपहरा के मिस हियौ निसि दिन हेरत जाय ।— बिहारी (शब्द॰) ।
भावक ^२ वि॰ [सं॰] भाव से भरा । भावपूर्ण । उ॰— भेद त्यों अभेद हाव भाव हूँ कुभाव केते, भावक सुबुद्धि यथामति निरधार ही । — रघुराज (शब्द॰) ।
भावक ^३ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. भावना करनेवाला ।
२. भावसंयुक्त ।
३. भक्त । प्रेमी । अनुरामी । उ॰— ताहू पर जे भावक पूरे ते दुख सुख सुनि गाथा । — रघुराज (शब्द॰) ।
४. भाव ।
भावक ^४ वि॰ [सं॰] उत्पादक । उत्पन्न करनेवाला ।