भीती

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

भीती पु † ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ भित्ति] दीवार । उ॰—परम प्रेम भय मृदु मसि कीनी । चारु चित्त भोती लिखि दीनी ।—तुलसी (शब्द॰) ।

भीती ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ भीति] डर । भय । उ॰—चंद्र की दुति गई पहैं पीरी भई सकुच नाहीं दई अति ही भंती । —सूर (शब्द॰) ।

भीती ^३ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] कार्तिकेय की एक अनुचरी या मातृका का नाम ।