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भुनाना

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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भुनाना ^१ क्रि॰ सं॰ [हिं॰ भूनना] भूनने का प्रेरणार्थक रूप । दूसरे को भूनने के लिये प्रेरणा करना ।

भुनाना ^२ क्रि॰ सं॰ [सं॰ भञ्जन] रुपए आदि को अठन्नी, चवन्नी आदि मनें परिणत करना । बड़े सिक्के आदि को छोटे सिक्कों आदि से बदलना । उ॰— जो इक रतन भुनावै कोई । करे सोई जो मन महँ होई ।—जायसी (शब्द॰) ।