भेख ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ वेष] दे॰ 'वेष' । उ॰— भेख अलेख बहुत है दुनियाँ, करि कै स्वाँग दिखावै ।—जग॰ बानी॰, पृ॰ १२३ ।
भेख † ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ भेक] मेढक । उ॰— सरबर जल पूरिऐ, भेक हरखै सुख लक्खै ।— रा॰ रू॰, पृ॰ २९५ ।