भेड़िया

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

भेड़िया संज्ञा पुं॰ [हिं॰ भेढ़]

१. एक प्रसिद्ध जंगली मांसाहारी जंतू जो प्रायः सारे एशिया, यूरोप और उत्तर अमेरिका में पाया जाता है ।

२. सियार श्रृगाल । विशेष— यह प्रायः ३-३ । । हाथ लंबा होता है और जंगली कुत्तों से बहुत मिलता जुलता होता है । यह प्रायः बस्तियो के आस पास झुँड बाँधकर रहता है और गाँवों में से भेड़, बकरियों, मुरगों अथवा छोटे छोटे बच्चों आदि को उठा ले जाता है । यह अपने शिकार की दौड़ाकर उसका पीछा भी करता है और बहुत तेज दौड़ने के कारण शीघ्र ही उसको पक़ड़ लेता है । यह प्रायः रात के समय बहुत शोर मचाता है । यह जमीन में गड्ढा या माँद बनाकर रहता है और उसी में बच्चे देता है । इसके बच्चों की आँखें जन्म के समय बिलकुल बंद रहती हैं और कान लटके हुए होते हैं । इसके काटने से एक प्रकार का बहुत तीव्र विष चढ़ता है जिससे बचना बहुत कठिन होता है ।