भेरा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]भेरा ^१ संज्ञा पुं॰ [देश॰] मध्य तथा दक्षिणी भारत का मझोले आकार का एक पेड़ जिसे भीरा भी कहते हैं । विशेष— इस पेड़ से लकड़ी, गोंद, रंग और तेल इत्यादि पदार्थ निकलते हैं । इसकी लकड़ी मेज, कुर्सी, खेती के औजार और तस्वीरों के चौखटे आदि बनाने के काम में आती है, पर जलाने के काम की नहीं होता, क्योंकि इससे धूँआ बहुत अधिक निकलता है ।
भेरा पु † संज्ञा पुं॰ [सं॰ भेलक] दे॰ 'बैड़ा' । उ॰— भेरे चढ़िया झाँझरे भवसागर के माहिं ।— कबीर (शब्द॰) ।