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भोगी

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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भोगी ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ भोगिन्]

१. भागनेवाला । वह जो भोगता ही ।

२. साँप । सप ।

३. जमींदार ।

४. नृत । राजा ।

५. नापित । नाऊ । नाई ।

६. शेषनाग । (डिं॰) । उ॰—बीजा दीग्ध वरण जपै गुर आदि सँजोगी । विसरग अगसिर बिंदु भणै तारष सो भागी ।—रघु॰ रू॰, पु॰ ५ ।

भोगी ^२ वि॰

१. सुखी ।

२. इंद्रियों का सुख चाहनेवाल ।

३. भुगतनेवाला ।

४. विषयासक्त ।

५. आनद करनेवाला ।

६. विषयी । भोगासक्त । व्यसनी । ऐयाश ।

७. खानेवाला ।

८. फनवाला । कुंडली या फणयुक्त (को॰) ।