मँझ

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मँझ † अव्य॰ [सं॰ मध्य] बीच में । उ॰—मझ पदमावति कर जो बेबानू । जनु परभात परै लखि भानू ।—जायसी ग्रं॰, पृ॰ १४७ ।