मँझार † क्रि॰ वि॰ [सं॰ मध्य] मध्य में । बीच में । उ॰—अहंकार कौन ते हैं जासौं महतत्व वहैं महतत्व कौन ते है प्रकृति मंझार तै ।—सुंदर॰ ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ ५९४ ।