मँडर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मँडर संज्ञा पुं॰ [सं॰ मण्डल] दे॰ 'मंडल' । उ॰—तारा मँडर पहिर भल चोला । पहिरै ससि जस नखत अगोला ।— जायसी ग्रं॰, पृ॰ २४५ ।