मंगलाभोग

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मंगलाभोग संज्ञा पुं॰ [हिं॰] प्रातःकाल की प्रथम आरती (मगलाआरती) से पूर्व अर्पण किया जानेवाला भोग । उ॰—पाछैं मगलाभोग धरि कै श्री गुसाईं जी सिंघद्वार पर पधारे ।—दो सौ बावन॰, पृ॰ २२३ ।