मंडर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

मंडर पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ मण्डल] दे॰ 'मंडल' । उ॰—(क) होइ मंडर ससि के चहुँ पासा ।—जायसी ग्रं॰ (गुप्त), पृ॰ ३१६ । (ख) सब रनिवास बैठ चहुँ पासा । ससि मडर जनु बैठ अकासा ।—पदमावत, पृ॰ ३२६ ।