मंडान संज्ञा पुं॰ [हिं॰ मंडन] मंडन या मंडल करने का भाव । दे॰ 'मंडल' और मडन' । उ॰—(क) गगन करू मंडान । जहँ आहि ससि गन भान ।—जग॰ बानी, पृ॰ १२९ । (ख) कबीर थोड़ा जीवणां, माड़े बहु मंडाण ।—कबीर ग्रं॰, पृ॰ २१ ।