मच्छ
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]मच्छ संज्ञा पुं॰ [सं॰ मत्स्य, प्रा॰ मच्छ]
१. बड़ी मछली ।
२. मत्स्यावतार । उ॰—(क) मच्छ कच्छ बाराह प्रनमिया ।— पृ॰ रा॰, २ । २ । (ख) नहिं तब मच्छ कच्छ बाराहा ।— कबीर॰ श॰, पृ॰ १४९ ।
३. दोहे के सोलहवे भेद का नाम । इसमें
७. गुरु और ३४ लघु मात्राएँ होती हैं ।
४. दे॰ 'मत्स्य' ।