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मणिपूर

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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मणिपूर संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. तंत्र के अनुसार छह चक्रों में से तीसरा चक्र जो नाभि के पास माना जाता है । विशेष—यह तेजोमय और विद्युत् के समान आभायुक्त, नीले रंग का, दस दलों वाला और शिव का निवासस्थान माना जाता है । कहते हैं, यदि इसपर ध्यान लगाया जा सके तो फिर सब विषयों का ज्ञान हो जाता है । यह भी कहते हैं कि इसपर 'ड' से 'फ' तक अक्षर लिखे हैं ।

२. कलिंग (आसाम बर्मा की सीमा) का एक राज्य ।

३. मणिपुर । नाभि (को॰) ।

४. रत्नविजटित चोली (को॰) ।