मणिबन्ध
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]मणिबंध संज्ञा पुं॰ [सं॰ मणिबन्ध]
१. नवाक्षरी वृत्त जिसके प्रति चरण में भगण, मगण और सगण होते हैं । उ॰— कंठमणी मध्ये सुजला । टूट परी खोजैं अबला ।—भानु (शब्द॰) ।
२. कलाई । उ॰—जिन युवकों के मणिबंधों में अबंध बल इतना भरा था, जो उलटता शतघ्नियों को ।— लहर, पृ॰ ६० ।
३. कलाई में बाँधने या पहनने का आभूषण जिसे तोड़ा कहते हैं ।