मतलूब वि॰ [अ॰ मत्लूब] अभोप्सित । अभिप्रेत । कांक्षित । उ॰—तालिब मतलूब को पहूँचै तोफ करै दिल अंदर ।—कबीर सा॰, पृ॰ ८८८ ।