मति
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]मति ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. बुद्धि । समझ । अक्ल ।
२. राय । सलाह । संमति ।
३. इच्छा । ईहा । ख्वाहिश ।
४. स्मृति । मुहा॰—मति मारी जाना = निर्बुदि्ध की तरह काम करना । बुद्धिनाश होना ।
मति ^२ वि॰ बुद्धिमान् । चतुर ।
मति पु † ^३ क्रि॰ वि॰ [सं॰ मा] नहीं । दे॰ 'मत' । उ॰—ताते तुम और भाव मन में मति लाओ ।—दो सौ बावन॰, भा॰ १, पृ॰ १०६ ।
मति पु ^४ अव्य॰ [सं॰ मत् या वत्] सदृश । समान । उ॰— धूप समूह निरखि चातक ज्यो नृषित जानि मति धन की ।—तुलसी (शब्द॰) ।