मनःप्रसाद संज्ञा पुं॰ [सं॰] मन की प्रसन्नता । उ॰— मनःप्रसाद चाहिए केवल क्या कुटीर फिर क्या प्रासाद ?—पंचवटी, पृ॰ १० ।